ऎसे दर्जनों उदाहरण रोजाना सामने आते हैं जिनमें ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले लोगों के साथ फ्रॉड होता है। इन फ्रॉड में अधिकतर खराब सामान भेजना, असली सामान की जगह पुराना सामान देना, क्रेडिट कार्ड डिटेल्स का मिसयूज करना आदि शामिल हैं।

Note:- यदि कोई सामान किसी वेबसाइट द्वारा कम कीमत पर दिया जाता है, तो यह धोखाधड़ी हो सकती है। If an item is offered by a website at a low price, it can be fraudulent.
ऑनलाइन शॉपिंग से चीजें खरीदना गलत नहीं है, लेकिन इसके लिए कुछ सावधानी बरती जानी चाहिए। साइबर एक्सपर्ट सचिन शर्मा और सत्येन्द्र गुर्जर के अनुसार, इन पॉइंट्स को ध्यान में रखकर बचा जा सकता है।
– हमेशा सुरक्षित जगह पर मिलकर डील करें। यदि सम्भव हो, तो घर पर मिले। – किसी एक्सपर्ट से प्रोडक्ट की अच्छी तरह जांच करवा लें।
– हमेशा ओरिजिनल बिल लें। बिल पर सिग्नेचर करवाएं और एड्रेस भी लिखवा लें।
– यदि बिल आपके शहर या नजदीकी शहर का है, तो एक बार दुकान पर जाकर कन्फर्म जरूर कर लें।
– बेचने वाले का आईडी और एड्रेस प्रूफ की कॉपी हमेशा अपने रखें।
– आईडी प्रूफ पर भी सिग्नेचर करवा लें। यदि आप खरीदार हैं, तो बेचने वाले से लिखवा लें कि डिवाइस खरीदने से पहले की जिम्मेदारी उसी की होगी। कई बार लोग डिवाइस से क्राइम करके उसे बेच देते हैं।
– खरीदने के बाद आपको लगता है कि यह डिवाइस चोरी का है, तो बिना संकोच किए नजदीकी पुलिस स्टेशन में सूचना दें।